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Women's Day 2025-घर पर रहकर करती ही क्या हो?

By प्रीति टौंक

हमारे देश की कुछ गृहिणियों से जब पूछा गया कि घर पर रहकर करती ही क्या हो?तो उन्होंने अपने काम से सबित कर दिखाया कि उन्होंने घर पर रहकर अपनी पहचान बनाई है।

5 दिन की मोती खेती ट्रेनिंग से किसान कमा रहा लाखों 

By प्रीति टौंक

चार सालों तक सरकारी परीक्षा में असफल होने के बाद महज 5 दिन के ट्रेनिंग प्रोग्राम ने गौरव पचौरी का जीवन बदल दिया। रेगिस्तान में मोती उगाकर आज वह लाखों की कमाई कर रहे हैं। इस युवा किसान की सफलता से आपको ही जरूर मिलेगी प्रेरणा।

जवान से किसान बनकर उगा रहे राजस्थान में ऑलिव

By प्रीति टौंक

'भीड़ हमें ताकत देती है लेकिन हमारी पहचान छीन लेती है।" किसानी के अपने खानदानी पेशे को उनकी सही पहचान दिलाने के लिए राजस्थान के एक जवान ने किसान बनने की ठानी और आज अपने अनोखे प्रयास से इलाके के सबसे इनोवेटिव किसान बनकर दूसरों को भी राह दिखा रहे हैं।

कोलकाता से थोड़ी ही दूर बसा है जंगल और तालाब से घिरा यह प्राकृतिक होमस्टे

कोलकाता के नीलांजन चक्रवर्ती ने पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना क्षेत्र में पर्यटकों की मेजबानी के लिए एक ऐसा होमस्टे बनाया है जहाँ कोई भी शहर की भाग-दौड़ वाले ज़िंदगी को भूलकर, शांति और सुकून से समय बिता सकता है।

जुनून है तो मुमकिन है! सरकारी नौकरी छोड़ Master Chef पहुंचे अविनाश की कहानी

By अर्चना दूबे

अविनाश पटनायक ने फूलों और खाने के अपने प्यार को आगे बढ़ाने के लिए एक कृषि अधिकारी के रूप में अपनी नौकरी छोड़ दी। आज, वह मास्टरशेफ इंडिया सीजन 7 हिस्सा हैं।

20 साल में बंजर ज़मीन को अकेले ही जंगल में बदला, मिलिए मणिपुर के फॉरेस्ट मैन से

मणिपुर के मोइरंगथेम लोइया के 300 एकड़ के जंगल में पौधों की 100 से ज़्यादा किस्में हैं, बांस की लगभग 25 किस्में हैं, यहां हिरण, साही और सांप की प्रजातियां भी हैं। करीब 20 साल पहले यह ज़मीन बंजर थी।

पिता ने पकड़ा बिस्तर तो बिंदुप्रिया बनीं नाई, लोगों के ताने सुने पर सैलून बंद नहीं किया

हैदराबाद के छोटे से गाँव की रहनेवालीं एम. बिंदुप्रिया बीबीए की छात्रा हैं, लेकिन उनके बारे में ख़ास बात यह है कि पढ़ाई के साथ-साथ वह अपने पिता की नाई की दुकान अकेले संभालती हैं। इस काम को करते हुए उन्हें लोगों के विरोध और ताने भी झेलने पड़ते हैं। लेकिन उनकी प्राथमिकता एक ही है, अपना परिवार चलाना।